संताल अकादमी के द्वारा संताली स्पोकन कोर्स का शुरूआत।

संताल अकादमी के द्वारा संताली स्पोकन कोर्स का शुरूआत।
विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर (डॉ) सोनाझारिया मिंज के अध्यक्षता में कोर्स का उद्घाटन।
उद्घाटन सत्र में बतौर मुख्य अतिथि के तौर पर दुमका के उपायुक्त श्री रवि कुमार शुक्ला उपस्थित हुए।
आज दिनांक 8/05/2023 को संताल अकादमी, सिदो कान्हू मुर्मू विश्वविद्यालय दुमका के तत्वाधान में विश्वविद्यालय माननीय कुलपति प्रो डॉ सोनाझारिया मिंज के अध्यक्षता में विश्वविद्यालय के मिनी कॉन्फ्रेंस हॉल में "संताली स्पोकन कोर्स" का उद्घाटन किया गया।
कार्यक्रम का शुरुआत अमर शहीद सिदो कान्हू मुर्मू की प्रतिमा पर माल्यार्पण/पुष्पांजलि अर्पित एवं विश्वविद्यालय कुलगीत गाकर शुरू किया गया। तत्पश्चात कार्यक्रम की अध्यक्षता कर रहे डॉ सोना झरिया मिंज एवं उद्घाटन के मुख्य अतिथि उपायुक्त श्री रवि कुमार शुक्ला के साथ साथ मंचासिन सभी अतिथियों को बुके देकर स्वागत व सम्मानित किया गया।
कार्यक्रम में मंच का संचालन डॉ सुजीत कुमार सोरेन ने किया एवं कार्यक्रम का स्वागत भाषण डॉ चंपावती सोरेन ने दिया। श्री सोरेन ने स्वागत भाषण में सबका स्वागत करते हुए कोर्स के पाठ्यक्रम पर प्रकाश डाली। उन्होंने कहा कि यह कुल 90 घंटा का कोर्स है और पाठ्यक्रम बहुत ही सहज बनाया गया है। कोर्स में दाखिला लेने वाले छात्र-छात्राएं बहुत ही सरलता से संताली सीख सकते हैं और बोल सकते हैं। आम बोलचाल एवं सभी जगह उपयोग में आने वाले शब्द एवं भाषा का समावेश इस सिलेबस में शामिल हैं। निश्चय ही यह कार्यक्रम संताल परगना एवं झारखंड में लाभदायक साबित होगी।
कार्यक्रम का अध्यक्षता कर रहे विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो (डॉ) सोनाझारिया मिंज ने संबोधन की शुरुआत में उपायुक्त रवि कुमार शुक्ला का आभार व्यक्त करते हुए कहा कि या कोर्स संताल परगाना और झारखंड के लिए मील का पत्थर साबित होगा। यहां डिग्री के पढ़ाई तो होती ही है इसके साथ ही संताल अकादमी के द्वारा इसका पहल करना यहां के संताली भाषा प्रेमियों के लिए हर्ष का विषय है। यह संताल बहुल इलाका है। यहां कई पदाधिकारी ऐसे हैं जो संताली में संवाद नहीं कर सकते हैं उनके लिए यह सबसे अच्छा अवसर है कि संताली भाषा कोर्स में दाखिला प्राप्त करके संताली भाषा सीखे और यहां के लोगों के साथ संताली भाषा में बात करें। विश्वविद्यालय के पदाधिकारी और शिक्षक भी इस कोर्स का लाभ उठा सकते हैं। ऐसा कोर्स का शुरुआत होने से संताली भाषा के साथ-साथ साहित्य और संस्कृति का भी विकास होगा। इसलिए इस कोर्स को निरंतर और सुचारु रूप से चलाना जरूरी है।
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री रवि कुमार शुक्ला ने कहा कि संताल अकादमी और यूनिवर्सिटी ने संताली भाषा क्षेत्र में बहुत बड़ा काम किया है, जिस चीज की आवश्यकता थी उन्होंने इस चीज का शुरुआत करके निश्चित तौर पर ऐतिहासिक काम किया होगा। निश्चय ही यह संताल अकादमी का बहुत बड़ा उपलब्धि साबित होगा। इस कोर्स की शुरुआत से जो संताली भाषा नहीं जानते हैं उनके लिए सीखने का एक अच्छा अवसर साबित होगी साथ ही साथ संताल परगाना में जितने भी पदाधिकारी और कर्मचारी है, यहां के लोगों के साथ संताली से संवाद करने में कष्ट उत्पन्न होती है वह इस कोर्स में दाखिला प्राप्त करके अपनी कठिनाई दूर कर सकते हैं और सहजता के साथ यहां के लोगों के साथ संताली भाषा में संवाद स्थापित कर सकेंगे। उन्होंने कहा कि मैं अपने स्तर से जिला के कर्मचारी को इस पोस्ट में दाखिला लेने के लिए प्रेरित करूंगा और समय-समय में मैं भी इस कक्षा का लाभ प्राप्त करने का कोशिश करूंगा।
उन्होंने आगे कहा कि यहां के भूतपूर्व पदाधिकारियों ने मेहनत करके यहां के लोगों के दिल में अपना जगह स्थापित किया था‌। संताली भाषा सीखा था। विदेश से आए शोधार्थियों ने भी संताली भाषा सीखने के बाद कई महत्वपूर्ण पुस्तकें लिखी जिसमें रॉबर्ट कास्टियर्स एवं पी ओ बोडिंग जैसा महत्वपूर्ण नाम शामिल है। यहां का भाषा और संस्कृति बहुत ही धनी है इसको सीख करते बाकी लोग भी महसूस कर सकते हैं और इस कोर्स की शुरुआत से भाषा के साथ-साथ साहित्य का भी उत्थान होगा। इस कोर्स की शुरुआत करने से यहां के पदाधिकारी/कर्मचारीयों के पदोन्नति में भी सहायक शिध्द होगी। उपायुक्त महोदय ने आगे कहा कि यहां आने के बाद मैं थोड़ा बहुत संताली सीख चुका हूं और आगे सीखने का प्रयास कर रहा हूं इसलिए मेरे लिए भी यह बेहतर अवसर है।
सभा को विश्वविद्यालय के कुलसचिव डॉ संजय कुमार सिन्हा ने भी संबोधित किया एवं संताल अकादमी के सचिव डॉ सुशील टुडू ने धन्यवाद भाषण दिया। अपने धन्यवाद भाषण डॉ टुडू ने कहा कि यह कोर्स शुरू करने के लिए का श्रेय विश्वविद्यालय के कुलपति महोदया को जाता है। इसके लिए इन्होंने हम सभी को प्रेरित किया। संताल आदमी के सदस्य और विश्वविद्यालय के पदाधिकारियों ने इसको गंभीरता पूर्वक लिया तभी यह उद्घाटन संभव हो सका है। साथ ही इस कार्यक्रम को सफल बनाने में उपस्थित सभी पदाधिकारी कर्मचारी शिक्षक एवं छात्र छात्राओं का आभार व्यक्त करते हैं।
कर्म में कार्यक्रम में डॉ हशमत अली, डॉ विजय कुमार, डीन डॉ आरकेएस चौधरी, डॉ शर्मिला सोरेन, प्रो होलिका मरांडी, विश्वविद्यालय जनसंपर्क पदाधिकारी डॉ शंभू कुमार सिंह, डॉ विनोद शर्मा, डॉ विनोद मुर्मू, निर्मल मुर्मू, सिद्धौर हांसदा, मिलू रजक अधिवक्ता, राजकुमार उपाध्याय अधिवक्ता, इग्नासियस मराण्डी, अमित मुर्मू एवं संताली तथा कॉमर्स के सैकड़ों छात्र-छात्राएं उपस्थित थे।